Monday, 30 March 2015

अन्ना का NGOs कनेक्शन, अन्ना के Back Supporter कोन

= => अन्ना का NGOs कनेक्शन, अन्ना के Back Supporter कोन <==

पिछले तीन वर्षों से ये गुरु-चेले एक दूसरे को फूटी आँख नहीं देखना चाहते थे, आज दोनों मिलकर जनता की आँखों में धूल झोंक रहें हैं
जनता कि जंतर मंतर भीड नही हुई तो क्या हुवा? आज पुरा आप से लेके पाप तक और ISI से लेके NGOs तक सारे एकजुट हो गई है सरे ब्लैक लिस्ट NGOs आज एना के साथ है और तो और चंदे का धन्दा भी खूब जोरो से चल रहा है अये दिन कोई न कोई check थमा जाता है अन्ना को |
पिछले 15 वर्षों में इस किशन बाबूराव उर्फ़ अन्ना के गृहप्रदेश महाराष्ट्र के कांग्रेसी शासन में हुए 70,000 करोड़ के सिंचाई घोटाले से किसान तबाह हो गए, लगभग 90,000 हज़ार किसानों ने आत्महत्या की.
खुद इसके गृहजिले अहमद नगर में लगभग 5,000 किसानों ने आत्महत्या की.
लेकिन उस दौरान इन मुद्दों को लेकर ये किशन बाबूराव उर्फ़ अन्ना महाराष्ट्र में किसी कांग्रेसी CM के खिलाफ, दिल्ली में किसी कांग्रेसी PM के खिलाफ, सोनिया-राहुल के खिलाफ धरने पर कभी नही बैठा. उनके खिलाफ कभी एक शब्द तक नहीं बोला
बंगाल में ममता बनर्जी सरकार में हुए दसियों हज़ार करोड़ के सारदा घोटाले में लाखों किसान लुट गए. लेकिन ये किशन बाबूराव उर्फ़ अन्ना लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी के लिए वोट मांगकर ममता बनर्जी को PM बनाने के लिए कलकत्ता से दिल्ली तक सियासी मुजरा करते हुए घूम रहा था.
लेकिन ये अन्ना लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी के लिए वोट मांगकर ममता बनर्जी को PM बनाने के लिए कलकत्ता से दिल्ली तक सियासी नौटंकी करते हुए घूम रहे थे।
आज जब मोदी जी देश की बेरोजगारी कम करने के लिये प्रयत्न कर रहे हैं तो किसानों को तो कोई कष्ट नहीं पर ये लोग अपनी दुकान का प्रदर्शन कम NGOs सग्रक्षण जांदा लग रहा है अन्ना को जिस हिसाब से NGOs का समर्थन मिला रहा है आप खुद समज सकते है इसके पीछे कोन है और क्या चाहता है |
" जय हिन्द जय भारत "
@विक्रम लाला



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